*बिष्णुगढ़:* बिष्णुगढ़ प्रखंड के अचलजामू गांव में अचल नाथ धाम मंदिर में भक्ता मेला जो विशु मेला के नाम से विख्यात है। यह भक्ता मेला का आयोजन लगभग दो सौ वर्षों से लगातार हो रहा है। इस वर्ष सोलह भगतियाजन सात दिनों के लिए पूरे ब्रह्मचर्य का पालन करते हुए मंदिर में प्रवेश किए। लागातार सात दिनों तक चलने वाले भक्ता मेला विशु मेला का शनिवार को समापन हो गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि यह अचल नाथ धाम मंदिर अत्यंत हीं प्राचीन है। लोगों का कहना है कि यहां शिव जी स्वयं हीं आप रूपी प्रकट हुए हैं। जानकार बताते हैं कि गांव के हीं एक कांदू परिवार को गोबर के ढेर अर्थात गोबर डिंगा में मिले थे।ऐसी मान्यता है कि जो भी भक्त यहां सच्चे मन से मन्नत मांगता है उसकी मन्नतें पूरी होती हैं।यह पर्व में मुख्य रूप से अचलजामू ,सिरय तथा करगालो पंचायत के भक्तिया लोग शामिल होते हैं। शनिवार को शिव भक्तों द्वारा हैरतअंगेज प्रदर्शन दिखाए गए ।
जैसे दहकते हुए अंगारों पर नंगे पांव चलना , लकड़ी के पट्टे पर अनगिनत लोहे की किल ठुके हुए उस भक्तों का लेट जाना उसी अवस्था में नदी से पूजा स्थल तक पानी लाना , एवं लकड़ी के खंभे पर झूलना । इस तरह के प्रदर्शन किए गए जिसे देखने के लिए दूर दराज के ग्रामीण व शिव भक्त भारी संख्या में पहुंचते हैं।मेले के सफल आयोजन को लेकर अचलजामू पंचायत के सभी आमजनों ने बढ़चढ़ कर अपनी भागीदारी दी । जिसमें मुख्य रूप से प्रखंड के पूर्व प्रखंड अशोक कुमार गुप्ता , पूर्व उपमुखिया सुशील कुमार मंडल , मुखिया प्रतिनिधि तापेश्वर रजक , शिक्षक अजीत कुमार गोस्वामी ,उदय प्रसाद , रंजीत कुमार महतो , अर्जुन प्रसाद , लालजी महतो , द्वारिका प्रसाद ,केदार गोस्वामी , धर्म दयाल महतो , भागीरथ साव , अजीत कुमार , अर्जुन नायक , दशरथ महतो , द्वारिका प्रसाद गुप्ता ,उदय प्रसाद , सुखदेव रजवार ,केदार गोस्वामी एवं जालीम डोम समेत काफी संख्या में ग्रामीण बढ़चढ़ कर अपनी भागीदारी निभाई।