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असम राज्य के सिलचर में एक ईंट भट्टा पर विस्फोट की घटना में बिहार के खगड़िया के मजदूर पिता-पुत्र की मौत हो गई। वही चार घायल गंभीर रूप से घायल हो गए। मृत मजदूर सदर प्रखंड के बछौता पंचायत के तहत वार्ड संख्या 14 के 65 वर्षीय मेदनी पासवान एवं उनके बेटे सुनील पासवान को बताया जा रहा है। विस्फोट में मटुकी पासवान, बिरजू पासवान, विनोद पासवान और मुधीर पासवान गंभीर रूप से जख्मी हो गए। सभी का सिलचर स्थित अस्पताल में इलाज किया जा रहा है।
बताया जाता है कि बछौता के लगभग एक सदस्य लगभग एक पखवारा पहले ही सिलचर के मो. इस्लाम के भट्ठा पर काम करने के लिए हुआ था। पिछले कई दिनों से मजदूर काम कर रहा था। शुक्रवार की दोपहर अटूट भट्टा की चिमनियां चालू हो गईं। इसके कुछ देर बाद ही भट्टा में विस्फोट हो गया। देखते ही देखते अफरातफरी मच गई। घटना में पिता मेदनी पासवान और बेटे सुनील पासवान की मौत हो गई।
वहीं बछौता के चार मजदूर जिनमें वहां काम कर रहे सभी मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए। शोक घटना के बाद जदयू स्टेट काउंसिल के सदस्य अशोक सिंह, सुलेमान सहित अन्य जनप्रतिनिधि आदि ने जिंक परिजनों को शरण देने के लिए पहुंचे। समान जिला प्रशासन से मृत श्रमिकों को सहायता राशि देने की मांग की।
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घटना के बाद गांव में पसरा मातमी सन्नाटा: एक साथ पिता व पुत्र की मौत की खबर सुनने के साथ ही गांव में माता सन्नाटा पास गई है। शोक संतप्त घटना के बाद पराक्रम का रोधक बुरा हाल है। अकेले सुनील पासवान की पत्नी सुनैना देवी सहित अन्य परिजन बेसुध है। हर किसी को सुनील के तीन बेटों की परवरिश की चिंता सता रही है। बिल्कुल अब मासूम बच्चों की परवरिश कौन करेगा?आसपास के लोगों को देख रहा है। क्योंकि मजदूर ही उन लोगों के परिवार का भरण पोषण करते थे।
हर साल अलग-अलग ईंट के भट्टों पर काम करते थे मजदूर: बछौता गांव के स्थानीय लोगों ने बताया कि प्रत्यके साल वे लोग लगभग पांच से छह महीने के लिए बनाई गई ईंट बनाने के लिए असम स्थिति बन गए थे और हर साल अलग-अलग ईंटों पर अलग-अलग भट्टा पर काम करते थे। बताया जा रहा है कि पिछले कई सालों से यह ईंट भट्ठा बंद हो गया था। जरजर राज्य में रहने के कारण भट्ठा में विस्फोट की घटना हुई।
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