बिष्णुगढ: बिष्णुगढ़ प्रखंड के आखाड़ा चौक में स्थित एम्बिशन पब्लिक स्कूल में अंतरराष्ट्रीय जल गुरु की उपाधि से विख्यात पूर्व सेवा निर्मित आईपीएस एवं डीजीपी ऑफिसर श्री महेंद्र मोदी ने कहा की हमारी जो अपनी सभ्यता है, अपनी जो संस्कृति है उसकी इज्जत बचाने के लिए हमें जल संरक्षण करना होगा तभी हमारी धरती बचेगी और हम धरती पर जीवित रह पाएंगे और इसका एक मात्र उपाय यह है की! हमारे देश में कुल एक अरब बयालीस करोड़ की आबादी है, जिसमें लगभग तीस करोड़ परिवारे हैं अगर हर एक परिवार से एक व्यक्ति श्रमदान के लिए आगे आता है और सिर्फ सप्ताह में दो दिन और दो दिन में सिर्फ पन्द्रह मिनट श्रमदान करता है तो एक महीने के अंदर देश में साढ़े सोलह करोड़ बोरवेल, हैंडपंप,ट्यूबवेल तालाब ,कुआँ के पास सोखता गड्डा बनकर तैयार हो जायेगा। और इसका लाभ यह होगा कि एक महीने के अंदर देश में जितने भी जल स्रोत हैं उसमे पानी का जलस्तर इतना बढ़ जाएगा कि उनमें नमी भी हमेशा बरकरार रहेगी और देश में किन्ही को भी पानी की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसके साथ साथ जल गुरु ने अपने प्रयोग द्वारा बनाए गए विभिन्न मॉडलों को प्रदर्शित करते हुए यह भी बताया की वर्षा जल को किस प्रकार हमलोग संग्रहीत कर सकते है? और बिना बिजली ख़र्च किये हुए फसलो में सिंचाई के लिए तथा पानी को फ़िल्टर कर पीने के लिए हम उसका प्रयोग कर सकते हैं। इसके अलावा जल गुरु ने अपने किताबों मेकिंग वाटर एंड क्लाइमेट एवरीवनस टारगेट और ए मेरे प्यारे वतन सब जन पानी राखिये में भी जल संरक्षण के विभिन्न उपाय और प्रभावी तरीको वर्णन किया हैं। आप सभी इसे पढ़कर बहुत सारी जानकारी हासिल कर जल संरक्षण कर सकते हैं और अपने जीवन में पानी से जुड़ी हर समस्या का निपटारा आप खुद ही कर सकते है। और यह देश हित के लिए बहुत ही प्रभावकारी सिद्ध होगा।
इस कार्यक्रम के दौरान प्रखंड विकास पदाधिकारी संजय कोगड़ी,चेडरा पंचायत के मुखिया निर्मल कुमार, पूर्व बैंक ऑफ इंडिया के चीफ मैनेजर भोला प्रसाद, गुरु प्रसाद साव, शेखर सुमन,एम्बिशन पब्लिक स्कूल के संचालक विवेक कुमार, प्राचार्य राजेश कुमार मंडल, पवन प्रताप सिंह ,प्रदीप महतो, ब्रजेश सिंह, वरुण कुमार,ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल के संचालक डुमरचन्द महतो, विस्थापित संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष माही पटेल, न्यू सरस्वती शिशु मंदिर की प्राचार्य मानसी गुप्ता, दीपक वर्मा,विष्णुगढ़ विकास ट्रस्ट के अध्यक्ष रामेश्वर सिंह, त्रिवेणी प्रसाद स्वर्णकार, आनंद राम,जुगल स्वर्णकार ,शंकर गोस्वामी, विजय प्रकाश, मोहन बरनवाल, नवल किशोर वर्मा के अलावा सैकड़ों ग्रामीण और छात्र -छात्राएं उपस्थित थे।